दरभंगा- बेखौफ शराब माफियाओं ने एक ऑटो चालक के घर को आग के हवाले कर दिया. बताया जा रहा है कि टेंपो चालक सुरेंद्र मंडल को शराब मफिरा पुलिस का मुखबिर समझते हैं. कमतौल थाना क्षेत्र के रजौन गांव निवासी टेंपो चालक सुरेंद्र मंडल की पत्नी अरहुल देवी ने गांव के ही लालबाबू यादव, उसकी पत्नी सुमित्रा देवी एवं तीन अन्य के विरुद्ध कमतौल थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है।
आवेदन में उल्लेख किया है कि पूर्व में लालबाबू यादव को पुलिस ने शराब तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल से बाहर आने के बाद उसने उसके पति को पुलिस का मुखबिर बताकर बीते सात फरवरी की रात फूस के तीन कमरों के घर को आग के हवाले कर दिया। संयोग से घटना के समय उसके पति व बच्चे घर से बाहर गए हुए थे और वह स्वयं निकास के लिए बाहर गयी थी।

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पीड़िता ने दावा किया है कि उसने नामजदों को आग लगाते हुए खुद देखा है। इस आगलगी से उसे घर में रखे पलंग, चौकी, विछावन, कागजात, राशन कार्ड, तीस हजार रुपए नकद, एक भर सोना, 500 ग्राम चांदी समेत लगभग पांच लाख का नुकसान पहुंचा है। पति के घर पहुंचने के बाद आठ फरवरी की सुबह कानूनी कारवाई के लिए वह कमतौल थाना आ रही थी। उसी क्रम में गांव के ही लालबाबू के लोगों ने मुआवजा दिलाने का भरोसा देकर सादे कागज पर उसके पति से हस्ताक्षर करा लिया। फिर मुआवजा व पंचायत को लेकर आज-कल करने लगा।
बीते 16 फरवरी को उसे ज्ञात हुआ कि पति के हस्ताक्षर वाले कागज पर गलत मजबून बनाकर नामजदों ने कमतौल थाने में सनहा दर्ज करा दिया है, जो गलत है। इस संबंध में कमतौल थानाध्यक्ष वरुण कुमार गोस्वामी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दिया गया है।
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