झारखण्ड की उपराजधानी दुमका में पीडीएस दुकानदार का लाइसेंस रद्द करने की मांग को लेकर सैकड़ों ग्रामीण सड़क पर उतर गए. इस दौरान तीन घंटे तक सड़क पर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. लोगों का आक्रोश पीडीएस दुकानदार सागेन मुर्मू के खिलाफ था. ग्रामीणों का आरोप है कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में भी पीडीएस दुकानदार निर्धारित मानक के अनुरूप खाद्यान्न नहीं दे रहा है, बल्कि लाभुक को कम अनाज दे रहा है. लोगों ने बताया कि इस बाबत कई बार पीडीएस दुकानदार को कहा गया कि सरकार द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप खाद्यान का वितरण करें, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा. अंत में ग्रामीणों को सड़क पर उतरना पड़ा. नगाड़े की थाप पर ग्रामीणों को एकत्रित किया गया और पीडीएस दुकानदार के खिलाफ बैठक हुई. सर्वसम्मति से पीडीएस दुकानदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया . लोग सड़क पर बैठ गए. सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाने की पुलिस गांव पहुंची. पुलिस द्वारा काफी समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन लोग पीडीएस दुकानदार का लाइसेंस रद्द करने की मांग पर अड़े रहे. पुलिस ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को भी गांव बुलाया. ग्रामीणों ने एक आवेदन दिया जिसमें पीडीएस दुकानदार पर लाइसेंस रद्द करते हुए कार्यवाई की मांग की गयी. बीएमओ ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया. तब जाकर ग्रामीण शांत हुए. इस सबके बीच कोरोना बंदी और सोसल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रहीं.
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