मंत्री जी के तंज वाली ट्वीट पर भाजपा का पलटवार, कहा- आपकी सरकार कारोबारियों और व्यापारियों का विश्वास जीता होता तो अफसोस प्रकट करने की आवश्यकता नही होती
झारखण्ड की सियासत में आजकल ट्विटर वार चल रहा है।कोरोना संक्रमण में सत्ता पक्ष और विपक्ष अपना क्रेडिट लेने में लगा है।इसी कड़ी में इशारे इशारे में झारखंड के मंत्री जी ने पीएम केयर तंज कस दिया है।इस मुद्दा को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने आ गया हैऔर इसे लेकर ट्विटर वॉर चल रहा है। झारखण्ड के स्वछता एवं पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने टवीट करते हुए लिखा था कि झारखण्ड के बड़े उद्योगपति, कारोबारी, व्यवसायी यदि सीएम रिलीफ फण्ड में राशि डोनेट किया होता तो आज मजदूर,छात्र और बाकी प्रवासियों के लिए सरकार बेहतर व्यवस्था कर सकती थी। उन्होंने यह भी लिखा था कि एक-एक मजदूर और छात्र का किराया राज्य सरकार के द्वारा वहन किया जा रहा है.

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इसका जबाव भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल्य शाहदेव ने भी ट्विटर के जरिये ही दिया है। ट्वीट करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि काश आपकी सरकार कारोबारियों और उद्योगपतियों का दिल जीतने का प्रयास करती तो आज अफ़सोस नहीं करना पड़ता. उन्होंने लिखा है कि आपकी सरकार ने तो अपना ज्यादा वक़्त केंद्र को कोसने ही में व्यतीत किया है. बताते चलें की पीएम केयर फण्ड ,COVID -19 की महामारी के बाद 28 मार्च 2020 को पीएम केयर फण्ड बनाया गया था। इस कोष का उपयोग महामारी के खिलाफ मुकाबला करने ,रोकथात, और राहत प्रयासों के लिए करने की बात कही गयी थी। हालाँकि फण्ड बनने के बाद से ही यह लगातार सवालों के घेरे में है.पूर्व में पीएम केयर को लेकर कांग्रेस नेतृत्व भी सवाल उठाता आया है। सोनिया गांधी केयर के पैसे को पीएम राहत कोष में जमा करने की मांग भी कर चुकी है। सोनिया गांधी ने कहा था कि जब पीएम राहत कोष है तो फिर पीएम केयर बनाने की क्या आवश्यकता पड़ी।इसके अलावा वरिष्ट कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी पीएम केयर पर सवाल खड़ा किया था।
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