पटना- पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव, पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत-रत्न देने की घोषणा की है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने इस घोषणा का स्वागत करते हुए कांग्रेस और नेहरू परिवार पर जमकर हमला बोला है.
उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए कहा कि कांग्रेस ने नेहरू-गांधी परिवार से बाहर के किसी प्रधानमंत्री को भारत-रत्न नहीं दिया. मोदी ने कहा कि नेहरू और इंदिरा गांधी ने तो सारा लोकलाज छोड़कर अपनी सरकार से स्वयं को ही भारत-रत्न दिलवा लिया था. उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह और स्वामीनाथन को भारत-रत्न दिया जाना देश के करोड़ों अन्नदाता किसानों के साथ-साथ कृषि अनुसंधान में लगी प्रतिभाओं का सर्वोच्च सम्मान है. स्वामीनाथन न होते तो देश कृषि उत्पादन में आत्मनिर्भर नहीं होता.
सुशील मोदी ने कहा कि देश में उदार अर्थव्यवस्था के प्रवर्तक और विद्वान राजनेता नरसिम्हा राव कांग्रेस के प्रधानमंत्री थे. मगर, वे पार्टी के प्रथम परिवार से नहीं थे, इसलिए अपमानित करने के लिए उनकी अंत्येष्टि दिल्ली में नहीं होने दी गई थी. राव का पार्थिव शरीर उनके गृह प्रदेश भेजा गया।
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उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र में कांग्रेस की सरकारें रहीं, तब तक भारत-रत्न और पद्म पुरस्कार नेहरू-गांधी परिवार या इस परिवार के प्रति भक्तिभाव रखने वालों को ही मिलते रहे. भीमराव अम्बेडकर को मरणोपरांत भारत-रत्न तभी मिला, जब गैर-कांग्रेसी सरकार सत्ता में आई.
सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले 10 साल में भारत-रत्न और पद्म पुरस्कारों को यदि परिवारवादी राजनीति से मुक्त न कराया होता, तो महामना मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, कर्पूरी ठाकुर, चरण सिंह और स्वामीनाथन जैसे वास्तविक भारत-रत्न इतिहास के अंधेरे में पड़े रह जाते.