डेस्क- कंगना रनौत अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवादों में आ गई हैं. फरीदकोट के निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने इस फिल्म को लेकर आपत्ति जताई है. सरबजीत सिंह ने फेसबुक पर एक लंबी पोस्ट लिखी है, जिसमें उन्होंने कहा कि फिल्म ‘इमरजेंसी’ सिख समुदाय को गलत तरह से दिखती है, जिसकी वजह से समाज में मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.
सरबजीत सिंह खालसा, बेअंत सिंह के बेटे हैं. बेअंत सिंह उन दो बॉडीगार्ड्स में से एक थे, जिन्होंने 31 अक्टूबर 1984 को ऑपरेशन ब्लू स्टार की वजह से उस समय प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी की गोली मारकर हत्या की थी.
सरबजीत सिंह खालसा ने लिखा, ‘रिपोर्ट्स हैं कि नई फिल्म इमरजेंसी में सिखों का चित्रण गलत तरह से किया जा रहा है. इसकी वजह से डर है कि समाज में कानून व्यवस्था खराब हो सकती है.
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अगर सिखों को इस फिल्म में अलगाववादियों और आतंकवादियों के रूप में दिखाया गया है तो ये गहरी साजिश है. ये फिल्म सिखों के खिलाफ दूसरे देशों में नफरत फैलाने के लिए मनोवैज्ञानिक अटैक है, जिसपर सरकार को ध्यान देना चाहिए और रोकना चाहिए.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘सिखों पर देश में होने वाले नफरत भरे हमलों की खबर अक्सर सामने आती है. ऐसे में ये फिल्म भी सिख समुदाय के खिलाफ नफरत को भड़काने का काम करेगी.
सिख समुदाय ने इस देश के लिए बड़े बलिदान दिए हैं, जिन्होंने फिल्मों में पूरी तरह से दिखाया नहीं गया है. लेकिन सिखों को बदनाम करने की हर कोशिश यहां की जाति है.
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समादायिक सामंजस्य और कानूनी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आपत्तिजनक फिल्मों और गानों को बैन कर दिया जाना चाहिए. मैं हमेशा समाज में शांति बनाए रखने के लिए ऐसी असामाजिक गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाकर उन्हें रोकने की कोशिश करता हूं.’