पटना- महिला आरक्षण बिल को लेकर राष्ट्रीय जनता दल RJD के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘महिला आरक्षण में अति पिछड़ा, पिछड़ा, दूसरा का भी कोटा तय कर दीजिए तब तो ठीक है, वरना महिला के नाम पर पाउडर, लिपस्टिक और बॉब कट वाली औरत चली आएगी नौकरी में तो आपकी महिलाओं को हक मिलेगा. अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि महिलाओं का आरक्षण जाति और पिछड़े अति पिछड़े आधार पर मिलना चाहिए.
उनका यह बयान अब तूल पकड़ लिया है. बयान पर घमासान होता देख अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने ग्रामीण दर्शकों को समझने में आसानी के लिए यह बात एक उदाहरण के तौर पर कही. उनका इरादा किसी को ठेस पहुँचाना नहीं था.
हालांकि बयान का उनकी पार्टी आरजेडी ने भी समर्थन किया है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सिद्दीकी ने दर्शकों को अपनी बात स्पष्ट करने के लिए एक रूपक का इस्तेमाल किया, जिसकी पृष्ठभूमि काफी हद तक ग्रामीण है.
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वहीं, आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान से जेडीयू ने किनारा कर लिया है. जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा, ‘अब्दुल बारी सिद्दीकी ने जो बयान दिया जेडीयू कभी उसका समर्थन नहीं कर सकता. हमारे नेता नीतीश कुमार महिलाओं का सम्मान करते हैं. हमारा यह मानना है कि महिलाओं को यह अधिकार है कि वह लिपस्टिक लगाएं या ना लगाएं, बाल कैसे कटवाएं. अब्दुल बारी सिद्दीकी एक पुराने सोशलिस्ट नेता है. महिला आरक्षण बिल पर पिछड़े वर्ग की महिलाओं के मामले में हमने भी मांग की थी.
इसके साथ ही उन्होंने लोगों से लोकसभा चुनाव तक टीवी-सोशल मीडिया से दूर रहने की भी अपील की. अब्दुल बारी सिद्दीकी बिहार के मुजफ्फरपुर में ‘जागरूकता सम्मेलन’ को संबोधित कर रहे थे जहां उन्होंने ये बातें कहीं.
अपने संबोधन के दौरान वहां मौजूद कार्यकर्ताओं से अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि, ‘टीवी और सोशल मीडिया से दूर रहें इसके चक्कर में पढ़िएगा तो न आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी न राज पाठ बढ़ेगा.इसलिए कसम खाए और कम से कम लोक सभा चुनाव तक नही देखें.जितने भी समाजवादी है वो कसम खाएं की कम से कम लोकसभा चुनाव तक टीवी का बहिष्कार करेंगे.
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