पटना- स्वर कोकिला शारदा सिन्हा पंचतत्व में विलीन हो गई. पटना के गुलबी घाट पर गुरुवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे अंशुमन सिन्हा ने मुखाग्नि दी।
इस दौरान घाट पर शारदा सिन्हा अमर रहें और जय छठी मईया के जयकारे भी गूंजते रहे। अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद लोगों की आंखों में आंसू थे। इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ राजनेता और शारदा सिन्हा के परिवार के लोग भी मौजूद थे।
सुबह करीब पौने नौ बजे राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास से अंतिम यात्रा निकली। बेटे अंशुमन ने मां की अर्थी को कंधा दिया। उनके साथ बीजेपी के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव, विधायक संजीव चौरसिया भी दिखे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार शाम शारदा सिन्हा के राजेन्द्र नगर स्थित घर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
- Advertisement -
विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)
बता दें कि शारदा सिन्हा ने 5 नवंबर को दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली. इससे करीब डेढ़ महीना पहले ही उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा का निधन हुआ था। इसे लेकर शारदा सिन्हा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट भी शेयर किया था. पति का भी अंतिम संस्कार गुलबी घाट पर किया गया था और पद्मभूषण शारदा सिन्हा की भी अंतिम इच्छा यहीं पर पंचतत्व में विलीन होने की थी।